Thursday, June 17, 2010

चुप रहे हम, कुछ कहो तुम | चुप रहे हम, कुछ कहो तुम | ...कर रहम खुदा की मेरा दमन कभी पड़े न कम !

8.

चुप रहे हम, कुछ कहो तुम | चुप रहे हम, कुछ कहो तुम |
एक जनम या दस जनम, सारी ख़ुशी तेरे कदम,
चाहे दिल मेरा यूँ जबतक इसमें है दम, सिलसिले यही, यही प्यार का मौसम |
प्यास तुझी से, येः आस तुझी पे, कर रहम खुदा की मेरा दमन कभी पड़े न कम !

~ Tarun

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